Vastu Puja

वास्तु पूजा का महत्व
वास्तु पूजा प्राचीन भारतीय परंपराओं में से एक है, जो वास्तु दोष को दूर करने और घर, भूमि, या व्यवसायिक स्थल में शांति, सुख, और समृद्धि लाने के लिए की जाती है। यह पूजा वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों पर आधारित होती है और भगवान, देवताओं, और पंच तत्वों (धरती, जल, अग्नि, वायु, और आकाश) को संतुष्ट करने के लिए की जाती है।
वास्तु पूजा केवल घर और भवन को वास्तु दोष से मुक्त करने के लिए ही नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने और सभी प्रकार की नकारात्मकता को खत्म करने के लिए की जाती है।
वास्तु पूजा का उद्देश्य
वास्तु दोष निवारण
घर, कार्यालय या दुकान में बने वास्तु दोष से उत्पन्न नकारात्मक परिणामों का शमन करने के लिए।सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
पूजा से स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो वहां रहने वाले लोगों के जीवन को उन्नति, सुख और शांति प्रदान करती है।आध्यात्मिक संतुलन बनाए रखना
वास्तु पूजा पंचतत्वों और ईश्वरीय शक्तियों का आह्वान करके स्थान में आध्यात्मिक ऊर्जा का संतुलन बनाए रखती है।सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति
वास्तु पूजा से घर या कार्यालय में धन, ऐश्वर्य, और खुशहाली का प्रवाह होता है।
वास्तु पूजा की विधि
पूजा स्थल की तैयारी
- पूजा से पहले स्थान को शुद्ध और स्वच्छ किया जाता है।
- गंगा जल का छिड़काव करके स्थान की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त किया जाता है।
विशेष देवताओं का आह्वान
- वास्तु देवता, देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश, और नवग्रहों का विशेष आह्वान किया जाता है।
हवन और मंत्रोच्चारण
- हवन के माध्यम से वास्तु दोष को दूर किया जाता है।
- इस दौरान “वास्तु शांति मंत्र” का जाप किया जाता है।
पंचतत्वों की साधना
- धरती, जल, अग्नि, वायु और आकाश को संतुलित करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान किए जाते हैं।
मुख्य पूजा
- चावल, हल्दी, फल, नारियल, दीप, और विशेष रूप से तैयार हवन सामग्री का उपयोग किया जाता है।
- घर के हर कोने में गंगा जल, कपूर, और अगरबत्ती का धुआं फैलाकर वास्तु शांति की प्रार्थना की जाती है।
वास्तु कलश स्थापना
- शुभता और सकारात्मक ऊर्जा को स्थायी बनाने के लिए वास्तु कलश स्थापित किया जाता है।
वास्तु पूजा के लाभ
वास्तु दोष निवारण
नकारात्मक ऊर्जा और वास्तु दोष को समाप्त कर सकारात्मकता लाता है।परिवारिक सुख और शांति
पूजा घर में रहने वालों के बीच प्रेम, सहयोग और सुख-शांति लाती है।स्वास्थ्य में सुधार
वास्तु दोष निवारण से बीमारियों और तनाव से राहत मिलती है।धन और समृद्धि का प्रवाह
यह पूजा धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति में सहायक है।कार्य में सफलता और उन्नति
कार्यस्थल पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, जिससे व्यवसायिक प्रगति और सफलता मिलती है।नकारात्मक ऊर्जा से बचाव
पूजा के प्रभाव से सभी प्रकार की बुरी ऊर्जा, बुरी दृष्टि और तांत्रिक बाधाओं से सुरक्षा मिलती है।
वास्तु पूजा के दौरान विशेष सावधानियां
- पूजा स्थान को पूरी तरह से शुद्ध और पवित्र रखें।
- पूजा विधि को सही तरीके से पूरा करने के लिए योग्य पुरोहित से मार्गदर्शन लें।
- पूजा करते समय मानसिक शुद्धता और श्रद्धा रखना अनिवार्य है।
- पूजा के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना चाहिए।
वास्तु पूजा का आध्यात्मिक महत्व
वास्तु पूजा न केवल हमारी भौतिक संपत्ति को संरक्षित करती है बल्कि यह हमारी आत्मा, मन, और शरीर को शांति और ऊर्जा से भर देती है। यह पूजा हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर हमारे जीवन में खुशहाली और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। माँ बगलामुखी और वास्तु देवता की कृपा से जीवन में विजय, आनंद और सकारात्मकता की अनुभूति होती है।
“वास्तु पूजा केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित और ऊर्जावान बनाने का एक दिव्य माध्यम है।
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सेवाए
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सर्व सिद्ध पीठ माँ बगलामुखी मंदिर नलखेड़ा जिला आगर मालवा (म.प्र.)
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अधिक जानकारी
माँ बगलामुखी पूजा विशेषज्ञ के रूप में, गुरुजी ने इस पूजा में विशेष निपुणता हासिल की है। उन्होंने अब तक अनगिनत शांति पूजा और यज्ञ संपन्न किए हैं, जिनसे यजमानों को तुरंत ही उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त हुए हैं।